Diya Jethwani

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लेखनी कहानी -19-Jul-2022..... मानसून स्पेशल...बरसातकी रात..

बरसात की रात 


जय :- बाप की बेइज्जती का बदला बेटी की इज्जत से ले ले तो...!! 

ये सुनते ही विकी भड़क गया...।
वो गुस्से से बोला :- तेरा दिमाग खराब हो गया हैं क्या जय.... ये क्या बकवास कर रहा हैं तू...। तु ऐसा सोच भी कैसे सकता हैं..!! 

अरे यार चिल्ल.... मैं तो मजाक कर रहा था... मैं तो देख रहा था... हमारा देवदास अभी भी उससे कितना प्यार करता हैं...। 

क्या यार... जय तु भी....। ऐसी बात कभी सोचना भी मत...। मैं उससे बहुत प्यार करता हूँ...। ये अलग बात हैं की उससे जता नहीं सकता..। लेकिन उसके बाप की वजह से मैं रुही को... ना रे.... मैं ऐसा कभी नहीं कर सकता...। माना मैं थोड़ा बिगड़ैल किस्म का हूँ.... पर एक लड़की की इज्जत.... ये कभी नहीं कर सकता...ओर हां खबरदार जो तुम दोनों ने भी कभी ऐसा वैसा कुछ किया तो...। सालों पुलिस से पहले मैं तुम्हारी चमड़ी उधेड़ लूंगा...। 


अरे हां यार जानते हैं...। इतने सालों से तेरे साथ रहते हैं... इतना तो पहचान ही गए हैं तुझे....। 


चल छोड़ अभी... ये बताओ... तुमने कुछ खाया पीया की नहीं....! 

अरे.... डोंट वैरी यार... हम खा चुके.... बस पीने का प्रोग्राम करवा दे...। 

अरे... चल यार.... तुम लोग गाड़ी में बैठो मैं चाबी लेकर आता हूँ...। 

जय और विजय बाहर की ओर आतें हुवे... आपस में... क्या यार ये तो साला सच में देवदास निकला...। क्या सोचा था ओर क्या हो रहा हैं...। 
हाँ यार... ये उस रुही के लिए इतना दिवाना हैं खबर नही थीं...। पर हमें कुछ तो करना पड़ेगा...। वरना ये तो हमारा भी प्रोग्राम का सत्यानाश करवा देगा..। 
करना तो पड़ेगा.... वरना हम जो प्लान बनाकर उन दोनों लड़कियों को लेकर जा रहे हैं... वो इस देवदास को पता चल गया तो हमारा ही बैंड बजा देगा...। 
मुझे तो लगता था ये भी हमारी तरह सिर्फ टाइम पास कर रहा हैं... पर ये तो प्यार में पड़ गया हैं...। 
कुछ भी कर जय....इसका प्यार का भूत तो हमें उतारना ही होगा...। 


विकी पीछे से आतें हुवे :- किसका भूत उतारना हैं यारों...!! 

अरे कुछ नहीं.. चल....। 

तीनों दोस्त एक बार में गए ओर वहाँ काफी देर तक पीने के बाद वापस लौटने लगे..। तभी जय ने फिर से बोला :- देख विकी.... एक बार फिर से सोच ले.... जो मैंने कहा था...। तु ये अच्छे से जानता हैं उसका बाप रुही को तेरे हवाले ऐसे तो करने से रहा..। पूरे एरिया में कोई तुझे अपनी लड़की नहीं देगा...। हाँ अगर तु हमारी बात मान लेता हैं तो... उसके बाद उसके बाप के पास कोई रास्ता ही नहीं बचेगा...। उसे रुही से तेरी शादी करवानी ही पड़ेगी...। तेरा बदला भी हो जाएगा और रुही भी तुझे मिल जाएगी....।एक तीर से दो निशाने.....।बोल क्या बोलता हैं....। अरे तु सिर्फ हाँ कर.... बाकी सब हम पर छोड़ दे..। 

नहीं यार.... ये गलत हैं...। उस प्रकाश को तो दो थप्पड़ लगाऊंगा... साला सब समझ जाएगा...। उस दिन भी पापा नहीं आए होतें तो.... वही सबक सिखा देता...। लेकिन पापा ने आकर सारा काम खराब कर दिया...। अभी कभी मिलेगा तो साले को छोड़ुंगा नहीं...। 


जय और विजय मजाक उड़ाते हुवे :- चल छोड़ यार... तुझसे नहीं होगा...। अरे लड़कियों को कंट्रोल करने में अभी तु कच्चा हैं...। चल अभी हम चलते हैं...। कल मिलतें हैं...। 

वो दोनों अपना आग में घी डालने का काम कर चुके थे...। अब विकास क्या उसकी बातों में आ जाएगा..!! 

जानते हैं अगले भाग में..। 

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8 Comments

Khan

09-Aug-2022 12:05 AM

Nice

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Aniya Rahman

08-Aug-2022 11:45 PM

Nice

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Chudhary

08-Aug-2022 11:44 PM

Nice

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